उत्तर प्रदेश में अनियमित बारिश और ठंडक: ईस्ट यूपी में भारी बारिश की चेतावनी, लखनऊ में अक्टूबर में तीन साल में सबसे ठंडा दिन

  • Home
  • समाचार और विचार
  • उत्तर प्रदेश में अनियमित बारिश और ठंडक: ईस्ट यूपी में भारी बारिश की चेतावनी, लखनऊ में अक्टूबर में तीन साल में सबसे ठंडा दिन

उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में अचानक भारी बारिश और तूफानी हवाओं के साथ अक्टूबर का महीना बिल्कुल अलग तरह से शुरू हुआ है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 28 अक्टूबर से 1 नवंबर 2025 तक राज्य के कई जिलों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिसमें लखनऊ, बलिया और आसपास के क्षेत्रों में तूफानी बारिश की संभावना है। लेकिन यह सिर्फ बारिश की बात नहीं है — यह एक अनियमित ठंडक का भी संकेत है। लखनऊ में 29 अक्टूबर को अधिकतम तापमान केवल 25.4°C रहा, जो इस महीने में तीन साल का सबसे ठंडा दिन है। आमतौर पर अक्टूबर में तापमान 31-34°C के बीच होता है। यहाँ तक कि गर्मी के लिए जाने जाने वाले इलाकों में भी लोगों ने जैकेट पहनने की शुरुआत कर दी है।

क्यों हो रहा है यह अजीब मौसम?

यह सब का कारण एक जटिल मौसमी घटना है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है, जो 28 अक्टूबर तक साइक्लोन 'मॉन्था' में बदल गया। इसके साथ ही अरब सागर में एक दबाव क्षेत्र भी गठित हुआ है, जिससे नमी का बड़ा बहाव उत्तरी भारत की ओर बढ़ रहा है। मोहम्मद दानिश, उत्तर प्रदेश राज्य मौसम विभाग के सीनियर वैज्ञानिक, बताते हैं: "क्लाउड कवर बना रहेगा, शाम तक हल्का खुल सकता है। अरब सागर के दबाव, निम्न दबाव और साइक्लोन का संयुक्त प्रभाव अगले 24 घंटों तक राज्य पर बना रहेगा।"

यह वास्तव में असामान्य है। अक्टूबर में आमतौर पर दो दिन बारिश होती है, लेकिन इस बार अक्टूबर के 27, 29, 30, 31 और 1 नवंबर को बारिश की भविष्यवाणी है। लखनऊ में तापमान अब तक लगातार निम्न स्तर पर है — 2024 में अक्टूबर का अधिकतम तापमान 31.2°C था, 2023 में 27.7°C और 2022 में 24.3°C। इस बार यह आंकड़ा अक्टूबर के बीचों-बीच में 25.4°C पर आ गया है। यानी एक ऐसा तापमान जो अक्टूबर के अंत तक भी नहीं देखा गया।

पूर्व और पश्चिम यूपी में अलग-अलग मौसम

यहाँ बात यह है कि राज्य में मौसम एक जैसा नहीं है। पूर्वी यूपी — जिसमें बलिया, गोरखपुर और वाराणसी शामिल हैं — को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। यहाँ 30 और 31 अक्टूबर को अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी बारिश हो सकती है, जिसके साथ तूफानी बादल और 30-40 किमी/घंटा की तेज हवाएं आएंगी।

वहीं पश्चिमी यूपी — आलाहाबाद, मथुरा और नोएडा — में बारिश अधिक हल्की और अलग-अलग स्थानों पर होगी। लेकिन यहाँ भी गत महीने के बाढ़ जैसे हालात के कारण लोग घबरा रहे हैं। नोएडा में अक्टूबर के पहले हफ्ते में बारिश से रास्ते बह गए थे, और अब फिर से बारिश की भविष्यवाणी होने से लोग अपने घरों के आसपास नालियों की सफाई कर रहे हैं।

क्या यह सिर्फ एक असामान्य घटना है?

क्या यह सिर्फ एक असामान्य घटना है?

नहीं। यह एक बड़े नमूने का हिस्सा है। पिछले तीन सालों में उत्तर प्रदेश में अक्टूबर में तापमान लगातार गिर रहा है। इस साल औसत तापमान 31.5°C है, जो सामान्य औसत (33.9°C) से 2.4°C कम है। आलाहाबाद में भी अक्टूबर का औसत अधिकतम तापमान 31.2°C होता है, लेकिन इस बार यह लगातार 28-29°C के आसपास रहा है। यह बदलाव सिर्फ एक दिन या हफ्ते का नहीं है — यह एक ट्रेंड है।

वैज्ञानिकों का कहना है कि यह ग्लोबल वार्मिंग के साथ जुड़ी एक जटिल घटना है। जब उत्तरी भारत गर्म होता है, तो बंगाल की खाड़ी में नमी अधिक जमा होती है। इसके बाद जब तूफान बनते हैं, तो वे अचानक ठंडे हवाओं को भी ले आते हैं। यह एक अजीब द्वैत है — गर्मी बढ़ रही है, लेकिन बारिश और ठंडक भी।

अगले कदम: क्या उम्मीद करें?

भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि 31 अक्टूबर या 1 नवंबर तक बारिश धीरे-धीरे कम होगी और आसमान साफ होने लगेगा। लेकिन तापमान अभी भी सामान्य से कम रहेगा। लोगों को अपने घरों के आसपास जल निकासी की जाँच करनी चाहिए, खासकर उन इलाकों में जहाँ पिछले महीने बाढ़ आई थी।

स्थानीय नगर निगमों ने अभी तक कोई आपातकालीन घोषणा नहीं की है, लेकिन जिला प्रशासन ने बारिश के दौरान रास्तों की निगरानी बढ़ा दी है। स्कूलों में बच्चों को बारिश में भीगने से बचाने के लिए अतिरिक्त छतरियाँ बाँटी जा रही हैं।

क्या यह भविष्य का नया नमूना होगा?

क्या यह भविष्य का नया नमूना होगा?

मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगले 5-10 सालों में अक्टूबर में अचानक बारिश और ठंडक आम हो सकती है। जब ग्लोबल वार्मिंग ज्यादा तेज होता है, तो जलवायु प्रणाली अधिक अस्थिर हो जाती है। यह वैज्ञानिकों के लिए एक चिंता का विषय है — क्योंकि यह न सिर्फ खेती को प्रभावित करता है, बल्कि शहरी बुनियादी ढांचे को भी चुनौती देता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या लखनऊ में अक्टूबर में ऐसा ठंडा मौसम पहले कभी आया था?

हाँ, लेकिन बहुत कम बार। पिछले तीन सालों में लखनऊ में अक्टूबर का अधिकतम तापमान 24.3°C (2022), 27.7°C (2023) और 31.2°C (2024) रहा। इस बार 25.4°C का तापमान तीन साल में सबसे कम है। ऐसा तापमान अक्टूबर के मध्य में आना असामान्य है — आमतौर पर यह नवंबर के अंत तक देखा जाता है।

पूर्वी और पश्चिमी यूपी में मौसम में क्या अंतर है?

पूर्वी यूपी — बलिया, वाराणसी, गोरखपुर — में भारी बारिश और तूफानी गतिविधि की भविष्यवाणी है, जबकि पश्चिमी यूपी — आलाहाबाद, मथुरा, नोएडा — में बारिश हल्की और अलग-अलग स्थानों पर होगी। यह अंतर बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी के बहाव के कारण है, जो पूर्व की ओर अधिक तीव्र है।

क्या यह बारिश बाढ़ का कारण बन सकती है?

संभावना है। गत महीने मथुरा और नोएडा में बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति आई थी। अगर अब लगातार भारी बारिश होती है, तो नालियाँ भर सकती हैं। जिला प्रशासन ने जल निकासी के लिए टीमें तैनात कर दी हैं, लेकिन निजी घरों की नालियों की सफाई भी जरूरी है।

क्या यह अक्टूबर के मौसम का नया नमूना है?

शायद। पिछले तीन सालों में अक्टूबर का औसत तापमान लगातार गिर रहा है। इस बार यह 31.5°C है, जो सामान्य 33.9°C से कम है। वैज्ञानिक मानते हैं कि जलवायु परिवर्तन के कारण ऐसे असामान्य तापमान और बारिश के नमूने अब आम हो सकते हैं।