सबसे पहले, हम भारतीय धार्मिक और संस्कृतिक आयाम की बात करेंगे, जहां उम्र का महत्व बड़ा है। यदि हम भारतीय समाज की चर्चा करते हैं, तो प्रत्येक जीवनचक्र के साथ जुड़ी इस आयु की महत्वपूर्णता को हम अनदेखा नहीं कर सकते। हमारे समाज में उम्र के हर स्तर पर सामाजिक भूमिकाएं और उनकी आवश्यकताएं यथास्थान हैं।
अब जैसे कि हम आवद्ध हैं कि हम भारतीय औसत उम्र की चर्चा कर रहे हैं, इसलिए यहां मैं आपके साथ कुछ आँकड़े साझा करूंगा। इसके अनुसार, भारत में 2021 के अनुसार औसत उम्र 29.4 वर्ष थी। अरे, यह वैसे नहीं हैं कि मैं आपको बोर कर रहा हूं? मैंने सोंचा ही नहीं था कि आँकड़ों की दुनिया इतनी रोमांचक हो सकती है!
तो, अगला सेक्शन है - स्वास्थ्य और जीवनकाल। यह हमेशा डरपोक संगठन होता है, और आपको चौंकाने वाला है। नहीं, मैं मजाक नहीं कर रहा हूं, इसे जानने से आपको सच में चौंका देगा। स्वास्थ्य के संदर्भ में, विकासशील जनसंख्या के लिए औसत उम्र यथास्थान पर बढ़ती है। क्या आप जानते हैं कि भारत में औसत महिलाओं की उम्र औसत पुरुषों से अधिक होती है? यहां तक कि मैं सोच रहा था कि आज ही जिम ज्वाइन कर लेता हूं!
अगला बिंदु है भारत की उम्र संरचना। इसके अौर एक बात मैं आपको बता दूं कि भारत एक युवा देश है। उम्र समूह 15-34 की जनसंख्या संघीयता की करीब 35% है। क्या कहो, भारतीय युवाओं को कितनी इच्छाशक्ति और ऊर्जा मिलती है!
अब, हम चर्चा करेंगे शिक्षा और उम्र के बारे में। भारत में, उम्र और शैक्षणिक योग्यता के बीच सीधा संबंध होता है। औसत उम्र के साथ ही शैक्षणिक योग्यता भी बढ़ जाती है। मैं बचपन में इसे ज्यादा गंभीरता से नहीं लेता था, लेकिन अब मुझे लगता है कि मैंने सही किया था।
अब, हम अर्थव्यवस्था और उम्र की बात करने जा रहे हैं। भारत में, आर्थिक सक्षरता और उम्र के बीच भी सीधा संबंध होता है। जबकि अधिक आयु वर्ग अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए अधिक अवसरों की खोज करते हैं, जवान लोग अपनी जीवन शैली में आराम और सुखदाई की खोज करते हैं। इसका मतलब है, मैं चाय की चुस्की ले रहा हूं, जबकि आप शायद मेरी वेबसाइट पर खोज रहे हैं।
सबसे आखिरी में, हम जो विचार कर रहे हैं, वह है - पिछले वर्षों में भारतीय लोगों की औसत उम्र की तुलना। औसत आयु में हुए इस वृद्धि के पीछे कई कारक हैं, जैसे कि स्वास्थ्य आवश्यकताओं में सुधार, लिंग विषमता में कमी और शिक्षा में सुधार। इसलिए, अगली बार जब आपकी उम्र के बारे में चिंता हो, तो बस याद रखें कि आप अभी भी भारतीय औसत से नीचे हैं! और हां, अपने बर्थडे केक पर मुरगी और अंडे का तोहफा न दें।"